आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू:रोहिणी FSL लैब में हो रही जांच

आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू:रोहिणी FSL लैब में हो रही जांच

श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की पुलिस रिमांड 4 दिन बढ़ा दी गई है। आफताब को मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए साकेत कोर्ट में पेश किया गया था। जहां बहस हुई कि एक महीने बाद भी आफताब मर्डर का सिलसिलेवार ब्योरा नहीं दे पा रहा है। उसके बयान एक जैसे नहीं हैं। ये कोर्ट में आफताब की दूसरी वर्चुअल पेशी थी। कोर्ट ने आफताब को परिवार से मिलने की इजाजत दी है। उधर, न्यूज एजेंसी ANI ने पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि मंगलवार शाम रोहिणी FSL लैब में आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू हो गया।

लीगल न्यूज वेबसाइट बार एंड बेंच और कुछ दूसरी मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि आफताब ने कोर्ट में मर्डर की बात कुबूल ली। जज से कहा कि उसने उकसावे और गुस्से में श्रद्धा का मर्डर किया। यह भी कहा कि पुलिस को सबकुछ बता चुका हूं। अब घटना याद करने में मुश्किल आ रही है।

ये रिपोर्ट्स सामने आने के करीब एक घंटे बाद आफताब के वकील अविनाश कुमार ने मर्डर के कुबूलनामे को अफवाह करार दिया। वे कैमरे पर बोले- आफताब ने ऐसा कोई कुबूलनामा नहीं दिया है। ऐसा कोई स्टेटमेंट रिकॉर्ड में नहीं लिया गया है। हां, वह यह जरूर बताने की कोशिश कर रहा था कि श्रद्धा उसे उकसाती थी और दोनों के बीच झगड़े होते थे।

अविनाश ने बताया कि आफताब ने उस तालाब का स्केच बनाकर दिया है, जिसमें उसने श्रद्धा के टुकड़े फेंके थे। अविनाश ने आफताब से मिलने की इजाजत मांगी थी, जो कोर्ट ने उन्हें दे दी है। गिरफ्तारी के बाद से आफताब से कोई नहीं मिल पाया है।

सबूत: दिल्ली पुलिस को आफताब के बाथरूम की टाइल्स से अहम सबूत मिले हैं। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने ये सबूत हासिल किए हैं। सबूत क्या हैं, ये अभी नहीं बताया गया है। पहले आफताब के बाथरूम की टाइल्स पर भी खून के निशान मिले थे। एक्सपर्ट की रिपोर्ट आने में 2 हफ्ते का वक्त लगेगा।

खुलासा: पुलिस सूत्रों के मुताबिक श्रद्धा और आफताब का एक कॉमन फ्रेंड भी सामने आया है, जो ड्रग्स बेचा करता था। यह भी पता चला कि श्रद्धा और आफताब के बीच कई बार ब्रेकअप हुआ था, हालांकि दोनों बाद में सुलह कर साथ रहने लगते थे।

श्रद्धा के कातिल आफताब का नार्को टेस्ट होना था, लेकिन इससे पहले अब पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है। बता दें कि पॉलीग्राफ टेस्ट या लाइ डिटेक्टर टेस्ट में आरोपी की फिजिकल एक्टिविटी जैसे, हार्टबीट, नाड़ी, सांस और पसीने को नोट किया जाता है। वहीं नार्को टेस्ट में आरोपी को इंजेक्शन द्वारा सोडियम पेंटोथल दवा दी जाती है। इससे वो बेहोश होता है लेकिन उसका दिमाग करता रहता है। इसके बाद आरोपी से सवाल किए जाते हैं। इस टेस्ट के बाद ज्यादातर अपराधी सच कबूल कर लेते हैं।

आफताब का नार्को टेस्ट भी होगा। यह टेस्ट रोहिणी के डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में किया जाएगा। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने 50 सवालों की लिस्ट तैयार की है।