अरविंद सरकार द्वारा सीएनजी पर सब्सिडी देने के निर्णय में देरी के कारण ऑटो-टैक्सी यूनियनें दो दिवसीय हड़ताल पर है, यात्रियों को भारी परेशानी - चौ0 अनिल कुमार
मोदी-अरविंद सरकारें जहांगीरपुरी में हिंसा भड़काने के बजाय शांति सुनिश्चित करें
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार की लापरवाही के कारण बेलगाम तेल कम्पनियां द्वारा पेट्रोल, डीजल, सीएनजी के दामों में अनियंत्रित वृद्धि के विरोध में ऑटो टैक्सी केब चालक यूनियनां की दो दिवसीय हड़ताल में कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि दिल्ली में 9500 ऑटो, 10 हजार काली पीली टैक्सी और 70 हजार से ज्यादा ऐप बेस्ड टैक्सियां चलती है, हड़ताल के कारण अगले दो दिनों तक नही चलेंगी।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि ऑटो टैक्सी यूनियन के प्रतिनिधि आज भी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से मिलने के लिए उनके निवास पर धरना देकर बैठे है, परंतु केजरीवाल के पास उनसे मिलने का समय नही है जबकि ऑटो-टैक्सी, ऐप बेस्ड टैक्सियों की हड़ताल के कारण दिल्लीवालों को ऑफिस व अपने कामों के लिए बाहर जाने में काफी समस्याऐं हुई जबकि रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और एयरपोर्ट पर लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि पिछले एक महीनें में 30-32 रुपये सीएनजी की दरां में वृद्धि के कारण ऑटो टैक्सी कैब चालक सीएनजी पर सब्सिडी की मांग कर रहे हैं कि अरविन्द केजरीवाल सरकार उन्हें सीएनजी पर सब्सिडी दें। ऑटो टैक्सी कैब चालक दिल्ली में किराया वृद्धि के पक्ष में नही है जिसके लिए वे पिछले 2 सप्ताह से मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांग रहे है परंतु केजरीवाल दिल्लीवालों की समस्याओं के प्रति पूरी तरह असंवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि मोदी केजरीवाल दोनों सरकारें मिलकर गरीबों के अधिकारों का हनन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा सीएनजी की दरों वृद्धि करने विरोध करती है और केजरीवाल सरकार से ऑटो टैक्सी यूनियनों की सीएनजी पर सब्सिडी की मांग समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल, सीएनजी, पीएनजी और रसोई गैस की दरों में वृद्धि के कारण गरीब लोगों पर मंहगाई का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है जिससे गरीबों का जीना दूभर हो गया है।
मोदी-अरविंद सरकारें जहांगीरपुरी में हिंसा भड़काने के बजाय शांति सुनिश्चित करें
चौ0 अनिल कुमार ने भाजपा की मोदी सरकार और केजरीवाल की दिल्ली सरकार से मांग की कि दोनो हिंसाग्रस्त जहांगीरपुरी क्षेत्र में हिंसा भड़काने की बजाय वहां शांति स्थापित करने के लिए काम करें, क्योंकि अरविंद सरकार की ओर से अभी तक किसी ने भी हिंसा प्रभावित क्षेत्र में शांति कायम रखने के लिए कोई दौरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता जहांगीरपुरी का दौरा करके वहां सांप्रदायिक सौहार्द सुनिश्चित करने के लिए अपने भरपूर प्रयास कर रहे हैं क्योंकि लोग हिंसा नही बल्कि शांतिपूर्ण समझौता चाहते हैं।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांप्रदायिक हिंसा के दंगों से खुद को अलग रखा था और जहांगीरपुरी हिंसा क्षेत्र का दौरा नही करके फिर वही प्रक्रिया दोहरा रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राजनीतिक दबाव के कारण किसी भी निर्दोष व्यक्ति को सांप्रदायिक दंगों के लिए दंडित नहीं किया जाना चाहिए, और निष्पक्ष जांच करके केवल हिंसा भड़काने वालों को दंडित किया जाना चाहिए। DDS