ताजमहल की शुद्धिकरण के साथ शिव चालीसा पड़ेगी राज्यवर्धन सिंह परमार की महाराणा प्रताप सेना
पिछले काफी दिनों से धार्मिक स्थलों पर चल रहे विवाद के क्रम में अब ताजमहल का भी नाम जुड़ चुका है सामाजिक संगठन महाराणा प्रताप सेना ने ऐलान किया है कि उनके एक लाख से अधिक कार्यकर्ता 30 मई को ताजमहल पहुंचकर वहां शिव चालीसा पढ़ेगे और गंगाजल से उसका शुद्धिकरण करेंगे।
महाराणा प्रताप सेना के संस्थापक राजवर्धन सिंह परमार ने दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब आफ इंडिया में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आगरा में बना ताजमहल प्राचीन हिंदू मंदिर तेजो महालय को तोड़कर बना है अब हमें ताजमहल का पुराना स्वरूप तेजो महालय चाहिए इसके लिए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 29 मई को महाराणा प्रताप सेना के लाखों कार्यकर्ता आगरा के लिए कुछ करेंगे और यह कार्यकर्ता 30 मई को आगरा पहुंचकर ताजमहल में गंगाजल छिड़क कर उसकी शुद्धीकरण करेंगे और ताजमहल को पुनः तेजो महालय घोषित करेंगे।
ज्ञात हो कि इससे पूर्व महाराणा प्रताप सेना ने दिल्ली के अकबर रोड का नाम बदलकर महाराणा प्रताप मार्ग शाहजहां रोड का नाम बदलकर परशुराम मार्ग और हुमायूं रोड का नाम बदलकर अहिल्याबाई होल्कर नाम करने की मांग की थी।