उत्तर प्रदेश में अस्पताल ने प्लेटलेट्स की जगह चढ़ा दिया ‘जूस’ मरीज की मौत
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में एक प्राइवेट अस्पताल की लापरवाही से डेंगू के मरीज की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ा दिया था, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई और मरीज ने दम तोड़ दिया. वहीं मरीज की मौत के मामले ने जब तूल पकड़ा तो आनन-फानन में विकास प्राधिकरण ने अस्पताल को बुलडोजर से गिराने का नोटिस चस्पा कर दिया. प्राधिकरण का कहना है कि अस्पताल की बिल्डिंग अवैध तरीके से बनाई गई है. इसका नक्शा भी पास नहीं कराया गया था.
मामला झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल का है. तेज बुखार आने पर मरीज प्रदीप पांडेय को ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जांच में मरीज के डेंगू होने की पुष्टि हुई. मरीज की हालत ज्यादा खराब देख इलाज कर रहे डॉक्टरों ने प्लेटलेट्स चढ़ाने की बात कही. जब मरीज के परिजनों ने इसके लिए हामी भर दी तो डॉक्टरों ने अपनी चालाकी दिखाई. उन्होंने प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी की जूस चढ़ा दिया. मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने के दो दिन बाद ही मरीज प्रदीप पांडेय की मौत हो गई.
परिजनों को कहीं से जानकारी हुई कि डॉक्टरों ने प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ाया है तो उन्होंने जमकर हंगामा काटा. मामला तूल पकड़ा तो पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस की जांच-पड़ताल में मामला संदिग्ध लगा तो अस्पताल के ध्वस्तीकरण को लेकर विकास प्राधिकरण की तरफ से नोटिस जारी कर दिया गया. विकास प्राधिकरण के ओएसडी अभिनव रंजन ने नोटिस चस्पा किए जाने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि बिल्डिंग मालिक को तीन दिनों में जवाब दाखिल करने का अल्टीमेटम दिया गया है. इस समय की अवधि में उचित जवाब नहीं दिए जाने पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा सकती है.
वहीं जब्त किए गए सैंपल की लैब रिपोर्ट आना अभी बाकी है. लैब रिपोर्ट सामने आने के बाद ही इस बात की सही जानकारी हो पाएगी कि प्लेटलेट्स की जगह मरीज को प्लाज्मा चढ़ाया गया था या फिर मौसम्बी का जूस. वहीं ग्लोबल हॉस्पिटल पर कार्रवाई करते हुए 20 अक्टूबर को ही सील कर दिया था. वहीं पुलिस नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी है. पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.