देश सब कुछ समझता है, लेकिन सूट-बूट की सरकार नहीं समझती - रणदीप सुरजेवाला
कृषि कानूनों की वापसी को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि पीएम कृषि कानून, नोटबंदी और सीएए जैसे कदमों के फायदों के बारे में नहीं बता सकते, लेकिन देश सब कुछ समझता है। प्रधानमंत्री पर पार्टी का हमला मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम एक संबोधन में तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के सरकार के फैसले की घोषणा के बाद से ही जारी है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री को भाषणजीवी बताते हुए कहा कि मोदी भूमि अधिग्रहण अध्यादेश और नोटबंदी के फायदों के बारे में अर्थशास्त्रियों और देशवासियों को नहीं बता सके। सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री व्यापारियों और दुकानदारों को जीएसटी के लाभों और अल्पसंख्यकों को सीएए के लाभों की व्याख्या नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मध्यम वर्ग-किसानों-गरीबों को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क के लाभों के बारे में नहीं बता सके। मोदी गृहिणियों को 1,000 रुपये के गैस सिलेंडर और उद्योगपति व निवेशकों को मेक इन इंडिया के लाभों के बारे में भी नहीं बता सके। सुरजेवाला ने कहा, प्रधानमंत्री किसानों को काले कृषि कानूनों के लाभों के बारे में नहीं बता सके। देश सब कुछ समझता है, सूट-बूट सरकार नहीं समझती है।
वहीं, हम तेलंगाना सरकार की ओर से किसानों के आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के शोक संतप्त परिवारों को 3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करेंगे। हम केंद्र से प्रत्येक शोक संतप्त परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का आग्रह करते हैं: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को मुआवजा दिए जाने का एलान किया। राव ने कहा कि हम तेलंगाना सरकार की ओर से आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के शोक संतप्त परिवारों को 3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करेंगे। हम केंद्र से प्रत्येक शोक संतप्त परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का आग्रह करते हैं।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को दावा किया कि कांग्रेस ने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद कानून निरस्त किए जाने का श्रेय लेने के लिए झूठे दावे कर रही है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने कहा कि जहां राहुल गांधी और पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता देश भर में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में खड़े रहे, वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली की यात्रा के दौरान प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए जंतर-मंतर तक नहीं गईं।