बदायूं रेप-हत्या का आरोपी गिरफ्तार, बोला- वो मुझे पहचान गई थी, मुंह में मिट्टी भरकर मार डाला
लखीमपुर के बाद अब बदायूं में दलित लड़की की रेप के बाद हत्या कर दी गई। लड़की शुक्रवार रात से लापता थी। शनिवार सुबह लगभग 11 बजे उसका शव मिला। रविवार सुबह पुलिस ने आरोपी जितेंद्र की गिरफ्तारी दिखा दी। आरोपी ने रेप और हत्या की बात कबूल ली है। उसने पुलिस को बताया कि वो शराब के नशे में था। रेप के बाद मुंह में मिट्टी भरकर उसे दबा दिया। दम घुट गया। थोड़ी देर में लड़की की मौत हो गई।
मामले में लड़की की मां ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, "चौकी पर तैनात स्टाफ अगर लापरवाही न करता तो आज मेरी बेटी जिंदा होती। चौकी वालों ने मेरी बेटी को मरवा दिया।" लड़की की उम्र 16 साल थी। फैजगंज बेहटा इलाके के एक गांव में मां, पिता और भाई के साथ रहती थी।
पीड़िता शुक्रवार रात को लापता हुई थी। उसकी मां ने कहा, "मेरी बेटी मानसिक रूप से कमजोर थी। वो अक्सर गांव में घूमने के लिए चली जाती थी। उस दिन यानी शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ था। बेटी गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। काफी देर नहीं लौटी तो हमने गांव में तलाश शुरू की। आस-पास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन उसका पता नहीं चला। हम चौकी पर भी गए। वहां पुलिस को बेटी के लापता होने के बारे में बताया। उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। "
शनिवार को गांव के लोगों को आसफपुर रेलवे स्टेशन के पीछे एक लड़की की लाश दिखी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो लड़की के कपड़े अस्त-व्यस्त थे। उसके मुंह में मिट्टी भरी हुई थी। चेहरा भी पूरा मिट्टी से सना था। कुछ ग्रामीणों ने शव की शिनाख्त कर ली। उन्होंने परिवार के बारे में बताया। वहां भीड़ बढ़ती जा रही थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस को डर था कि कहीं कोई बवाल न शुरू हो जाए।
ऐसे में पुलिस ने परिवार को सूचना दी। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमें सिर्फ लड़की का चेहरा दिखाया और शव तुरंत पोस्टमॉर्टम के लिए ले गए। पीड़िता की मां ने कहा, "शनिवार को हमारे पास फोन आता है। कोई पुलिस वाला ही था। वो कहता है कि मेरी बेटी का एक्सीडेंट हुआ है। इसके बाद हम भागते हुए चौकी फिर थाने पहुंचे। बेटी का सिर्फ चेहरा देखने को मिला। पुलिस जल्दबाजी में लाश लेकर बदायूं भाग गई।"
SSP डॉ. ओपी सिंह और SP देहात सिद्धार्थ वर्मा ने घटनास्थल का मुआयना किया। गांव वालों के बयान दर्ज कराने के दौरान जितेंद्र नाम के व्यक्ति का जिक्र आया। सामने आया कि जितेंद्र इस लड़की को अक्सर अपनी दुकान से मिठाई खाने को देता था। एक ठेले वाले ने बयान दिया कि उसने वारदात वाली रात जितेंद्र को बच्ची के साथ रेलवे स्टेशन की तरफ जाते देखा था। पुलिस ने जितेंद्र को अरेस्ट किया। इसके बाद वारदात के उलझे हुए तार सुलझते चले गए।
जितेंद्र ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वो लड़की को मारता नहीं, मगर वह उसे पहचान गई थी। उसने कहा था कि घर पर शिकायत कर देगी। इसके बाद उसने बच्ची के मुंह में मिट्टी भरकर उसे दबा दिया। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई तो चेहरे पर भी गीली मिट्टी पोत दी।
वारदात को अंजाम देकर आरोपी घर पहुंचा और वहां अपने कपड़े धो लिए। इसके बाद तौलिया बांधकर आस-पास के क्षेत्र में नशे में धुत घूमता रहा। इलाके में चल रही गतिविधियों को देखता रहा। रात ज्यादा होने पर वह घर जाकर सो गया।
पुलिस ने शनिवार को 3 डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया। रिपोर्ट में सामने आया कि गले की सांस की नली में मिट्टी मिली। गले में और शरीर पर चोट के निशान मिले। अनुमान है कि मरने से पहले किशोरी ने संघर्ष किया था, मगर वह खुद को बचा नहीं सकी। अब पुलिस ने रेप के बाद हत्या की FIR दर्ज की है। वहीं उसका वजाइनल वाश सुरक्षित रखा गया है। किशोरी के शव को देर रात दफना दिया गया।