10 जनवरी को अमेरिका और रूस की वार्ता
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के मुताबिक वॉशिंगटन और मॉस्को परमाणु हथियार नियंत्रण और यूक्रेन पर चर्चा के लिए तैयार हैं. उसके बाद नाटो और रूस के बीच अहम मुद्दों पर बातचीत होने की उम्मीद है.व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि अमेरिका और रूस 10 जनवरी को यूक्रेनी सीमा के पास सैन्य तैनाती और परमाणु हथियार नियंत्रण जैसे मुद्दे पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता ने मीडिया से कहा, "अमेरिका रूस के साथ बातचीत को लेकर उत्सुक है" प्रवक्ता ने कहा, "जब हम बात करने के लिए बैठेंगे तो रूस अपनी चिंताओं को पटल पर रख सकता है और हम रूस की गतिविधियों के बारे में अपनी चिंता जाहिर कर सकते हैं" आरआईए न्यूज एजेंसी के मुताबिक रूस के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को वार्ता की पुष्टि की है. 10 जनवरी को द्विपक्षीय बैठक सामरिक सुरक्षा वार्ता पहल के तहत होगी, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने पिछले साल जून में जेनेवा में अपने शिखर सम्मेलन में शुरू किया था. नाटो और मास्को की बातचीत की योजना व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि रूस और नाटो के भी 12 जनवरी को मिलने की उम्मीद है, जबकि यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) की व्यापक बैठक 13 जनवरी को होने वाली है. पश्चिमी देशों ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर यूक्रेन पर हमले करने की धमकी देने का आरोप लगाया है
हाल के दिनों में रूस ने यूक्रेन के साथ अपनी सीमा पर हजारों सैनिकों को तैनात किया है. इससे यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों के बीच युद्ध की आशंका पैदा हो गई है. हालांकि, पुतिन ने अपने पड़ोसी पर हमला करने की योजना से इनकार करते हुए कहा कि सेना की गतिविधियां पश्चिमी सेना के अतिक्रमण के खिलाफ रूस की रक्षा करने के लिए हैं. रूस ने पश्चिम पर काला सागर में सैन्य अभ्यास करने और यूक्रेन को आधुनिक हथियार मुहैया कराने का आरोप लगाया है. रूस ने यह भी मांग की है कि नाटो गारंटी दे कि उसकी सैन्य महत्वाकांक्षाएं पूर्व की ओर नहीं फैलेंगी TNI