सिन्हा वेलफेयर फाउंडेशन ने उठाया कनव को बचाने का बीड़ा
राजधानी दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में सिन्हा वेलफेयर फाउंडेशन ने एक सराहनीय कदम उठया।
एक सेमिनार का आयोजन और प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि सिन्हा बेलफेयर फाउंडेशन एक हेल्थ केयर जागरूकता अभियान चलाया और उन सभी बीमारियों से लड़ने का बीड़ा उठाया है।
जिसके तहत जनमानस को निशुल्क इलाज़ कराया जाएगा और उन जानलेवा बीमारियों के बारे में जनता को अवगत कराया और पत्रकारों संबोधित भी किया मुख्य अतिथि के तौर संजय सिंह राज्यसभा सांसद आम आदमी पार्टी की पत्नी अनीता सिंह को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया और कार्यक्रम में एक ऐसी बीमारी के बारे में बताया जो किसी को भी धीरे-धीरे मौत की तरफ ले जाती है।
फाउंडेशन के संयोजक संजय सिन्हा ने चौथा महीने के एक बालक से मिलवाया जो एक ऐसी बीमारी से ग्रस्त है जो उसे धीरे-धीरे खत्म कर रही है और साथ ही उस पर इलाज के बारे में जब बताया दो पत्रकारों की भी जमीन पैरों के नीचे से जमीन निकल गई 14 महीने के इस kanab जांगड़ा को SMA नामक एक ऐसी लाइलाज बीमारी है जिसका बहुत ही रियल केस पाए जाते हैं अगर बात करें तो 10000 में से मात्र एक केस ऐसा निकलता है जिसमें बीमारी पाई जाती है उसी का शिकार कनव जांगड़ा है।
जब पत्रकारों ने बच्चे के पिता से बात की तो उन्होंने अपना दर्द बताया एक तो लाइलाज बीमारी से उनका बालक लड़का और बस रहा था और वही कुछ इलाज के खर्चे से उसके मां-बाप परेशान थे क्योंकि बच्चे के इलाज में जो आने वाला खर्चा था वह साडे 17 करोड रुपए है जी हां साडे 17 करोड़ सुनने में शायद एक बहुत बड़ी रकम है जो अच्छे अच्छों के बस की बात नहीं वही सिन्हा वेलफेयर फाउंडेशन ने अमित जांगड़ा का हाथ थामा और आगे बढ़ गए धीरे-धीरे फाउंडेशन ने कदम आगे बढ़ाएं और बहुत से दानवीर बढ़कर आ गए आ गए मात्र 2 महीने में 9 करोड़ 22 लाख जमा हो गए अमित जांगड़ा और गरिमा जांगड़ा को राहत की सांस मिली अब उन्हें अपने बच्चे का इलाज संभव दिखाई दिया पत्रकारों से उन्होंने बात करते हुए कहा भारत एक ऐसा देश है जो भाईचारा स्नेह और प्यार और ममता अपार है अगर भारतवासी एक ₹1 भी देते हैं तो ऐसे सैकड़ों बच्चों का इलाज हो जाएगा