उत्तर प्रदेश के पहले तैरते सोलर संयंत्र से विद्युत उत्पादन शुरू सस्ती बिजली मुहैया होगी
औरैया के दिबियापुर में एनटीपीसी में जलाशय पर तैरने वाले (फ्लोटिंग) 20 मेगावाट सोलर संयंत्र से बिजली का उत्पादन गुरुवार रात से शुरू हो गया। संयंत्र से उत्पादित बिजली ग्रिड को आपूर्ति की गई है। इससे एनटीपीसी औरैया संयंत्र की अब कुल क्षमता बढ़कर 704 मेगावाट हो गई है। अधिकारियों का दावा है कि इससे व्यावसायिक क्षेत्र में सस्ती बिजली मुहैया होगी।
महाप्रबंधक जसवीर सिंह अहलावत व अधिकारियों की मौजूदगी में कई चरणों में हुई जांच के बाद गुरुवार रात से उत्पादन शुरू हुआ। एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक संजय बाल्यान के अनुसार यह तैरता सोलर संयंत्र प्रदेश में पहला है। एनटीपीसी अब तक चार प्रदेशों तेलंगाना के रामागुंडम, केरल के कायमकुलम, गुजरात के कवास और आंध्र प्रदेश के सेमाद्री में जलाशय पर तैरते सोलर संयंत्र लगा चुकी है।
औरैया में फ्लोटिंग सोलर संयंत्र के लिए एनटीपीसी ने सितंबर 2019 में निविदा आमंत्रित की थी। निविदा पाने वाली कंपनी ने जून 2020 में सोलर संयंत्र का काम शुरू किया था। दिबियापुर स्थित एनटीपीसी में लगभग 90 एकड़ क्षेत्र में फैले पूरे तालाब में पैनल नहीं लगाए जा सकते थे।
तालाब का निर्धारित हिस्सा छोड़ना पड़ा। इसलिए 500 वाट क्षमता के सोलर पैनलों का प्रयोग किया गया। फ्लोटिंग सोलर संयंत्र की कुल लागत लगभग 90 करोड़ रुपये आई है। अगस्त 2022 में सोलर प्लांट लगकर तैयार हो चुका था। इसके बाद टेस्टिंग और कमीशनिंग का काम पूरा किया गया।