पूंजी बाजार से मिलेनियल्स का परिचय कराना और स्मार्ट निवेशकों का एक समुदाय बनाना - प्रभाकर तिवारी, सीजीओ, एंजल वन लिमिटेड

पूंजी बाजार से मिलेनियल्स का परिचय कराना और स्मार्ट निवेशकों का एक समुदाय बनाना - प्रभाकर तिवारी, सीजीओ, एंजल वन लिमिटेड

देश में कुल जनसंख्या की तुलना में इक्विटी में निवेश को देखा जाए तो इसमें व्यापक अंतर है। वर्तमान में भारत की लगभग 7% आबादी की इक्विटी बाजारों तक पहुंच है, जबकि चीन में 14% से अधिक और संयुक्त राज्य अमेरिका में 65% से अधिक आबादी की शेयर बाजारों तक पहुंच है। भारत की लगभग 65% आबादी गैर-शहरी क्षेत्रों में निवास करती है, जो अभी तक बाजार की पहुंच से बाहर है और यह अपने आप में एक बड़ा बाजार है। विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में निवेश करने वाले लोगों की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से इस अंतर को कम किया जा सकता है। श्री प्रभाकर तिवारी, सीजीओ, एंजल वन लिमिटेड 

पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय शेयर बाजार निवेशकों की विस्तृत श्रृंखला के निवेश से गुलजार रहा है। शेयर बाजार में निवेश में निवेशकों की अपेक्षाकृत तेजी से बढ़ती संख्या की एक असाधारण विशेषता मिलेनियल्स द्वारा निभाई गई भूमिका है। कैलेंडर वर्ष 2020 में, भारत में डीमैट खातों में 10 मिलियन से अधिक की वृद्धि हुई और इस इजाफे का मुख्य श्रेय वास्तव में युवाओं को जाता है।

इक्विटी निवेश में मिलेनियल्स की बढ़ी हुई दिलचस्पी भारत के पूंजी बाजारों को और अधिक गहरा कर सकती है, क्योंकि यह नया समूह पारंपरिक कम जोखिम, कम रिटर्न देने वाली संपत्ति के मुकाबले अपने निवेश में विविधता पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्नत तकनीकों के साथ, नए जमाने की स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां स्मार्ट निवेशकों का एक समुदाय बना रही हैं। नीचे उन कुछ महत्वपूर्ण कारकों का उल्लेख किया गया है, जो स्मार्ट निवेशकों के समुदाय को सहायता और गति प्रदान कर रहे हैं:

मिलेनियल्स नए जमाने की तकनीकों को अपनाने के प्रति मुखर हैं

फिनटेक क्रांति के युग में, स्मार्टफोन से नियंत्रित एडवांस्‍ड और बेहतरीन एप की मदद से परिसंपत्ति प्रबंधन, निवेश, सुरक्षा विश्लेषण और पोर्टफोलियो विविधीकरण का काम पूरा किया जा सकता है। नवीनतम तकनीकों के प्रति मिलेनियल्स की ग्रहणशील प्रकृति के कारण उन्होंने अपने निवेश को आगे बढ़ाने के लिए कई नवीन तरीके खोजे हैं और जोखिम मुक्त परिसंपत्तियों के मुकाबले वे अपने निवेश को समय के साथ बढ़ाने में सफल रहे हैं।

मिलेनियल्स विश्वसनीय जानकारी के आधार पर निवेश के फैसले लेते हैं

सुझावों पर भरोसा करने के बजाय, मिलेनियल्स निवेश निर्णय लेने से पहले जानकारी की विश्वसनीयता चाहते हैं। परिष्कृत उपकरणों (नए जमाने के ब्रोकरेज हाउसों द्वारा प्रदान किए गए) की उपलब्धता के साथ, जो मौलिक और तकनीकी विश्लेषण तक आसान पहुंच प्रदान करते हैं, निवेश निर्णय लेने की समग्र प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक तेज और अधिक विश्वसनीय हो गई है।

निवेश सेवाओं की गुणवत्ता में उल्‍लेखनीय सुधार हुआ है

पिछले एक दशक में शेयर बाजार में निवेश की पूरी प्रक्रिया में बहुत बदलाव आया है। एआई और ब्लॉकचैन ने तेज सेटलमेंट, रियल टाइम निगरानी, बेहतर जानकारी और शानदार सुरक्षा उपायों के साथ ट्रेडिंग इको-सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए बहुत सारे रास्ते खोले हैं। इसके अलावा, ब्रोकर्स द्वारा अपनाए गए संचालन की पारदर्शिता ने यह सुनिश्चित किया है कि उनके ग्राहकों को सेवाओं की सर्वोत्तम गुणवत्ता की पेशकश की जाती है। इससे नए जमाने के निवेशकों में ज्‍यादा से ज्‍यादा भरोसा पैदा होता है।

बाजारों, कंपनियों और शेयरों से संबंधित शोध और डेटा पहले से कहीं अधिक सुलभ है

एनालिटिक्स के कारण सूचना और शोध की संपूर्ण उपलब्धता और गुणवत्ता में अभूतपूर्व दर से वृद्धि हुई है। मिलेनियल्स के पास अब प्राथमिक और तकनीकी विश्लेषण और ऐसी जानकारी की व्याख्या तक अप्रतिबंधित पहुंच है। इसके अलावा, कई थर्ड पार्टी सेवाओं, जैसे 1) स्मॉलकेस: स्टॉक की एक पूर्व-निर्धारित श्रृंखला, 2) स्ट्रीक: सरलीकृत तकनीकी विश्लेषण, 3) सेंसिबुल: सरलीकृत विकल्प ट्रेडिंग, को अब ब्रोकरेज हाउस ने एकीकृत किया है, जिसकी पेशकश ग्राहकों को की जाती है ताकि वे अपने संपूर्ण स्टॉक ट्रेडिंग अनुभव में सुधार करें।

कुल मिलाकर पर्यावरणीय (आर्थिक) प्रभाव

लंबे समय में अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के संबंध में सकारात्मक भावनाओं के साथ कम ब्याज दर व्यवस्था, अत्यधिक आशावादी मिलेनियल्स निवेशकों के निवेश को गति दे रही है। निवेशकों का यह वर्ग भारतीय अर्थव्यवस्था के फंडामेंटल्स में विश्वास करता है और शेयर बाजार में निवेश के प्रति अपेक्षाकृत दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखता है। भले ही बाजार में अनिश्चितता और अस्थिरता है, लेकिन मिलेनियल्स ऐसे जोखिम को प्रबंधित करने के लिए तकनीक-सक्षम जोखिम प्रबंधन उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला का उपयोग कर सकते हैं।

सारांश
लाखों मिलेनियल्स विभिन्न उपकरणों के माध्यम से भारतीय शेयर बाजारों में निवेश कर रहे हैं। निवेशकों का यह वर्ग कहीं अधिक शिक्षित है, और इक्विटी निवेश में अस्थिरता को बेहतर ढंग से समझता है। वे बाजार के बारे में अपनी जानकारी को और बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं और निवेश निर्णय लेने के लिए विश्वसनीय जानकारी प्राप्त करने के लिए उपलब्ध तकनीकों का सर्वोत्तम उपयोग करते हैं। देश में स्मार्ट निवेशकों के इस समुदाय द्वारा रिटेल निवेशकों की स्थिति को सकारात्‍मक रूप से मजबूत करने की उम्‍मीद है। साथ ही यह बिना किसी संदेह के शेयर बाजार में निवेश करने के लिए नए जमाने के निवेशकों की एक पूरी पीढ़ी तैयार कर सकता है।

प्रभाकर तिवारी, सीजीओ, एंजल वन लिमिटेड